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(America ka tariff bomb)अमेरिका का टैरिफ बम! पूरी दुनिया में मच गया हड़कंप, देशों को हो रहा अरबों का नुकसान”

(America ka tariff bomb)अमेरिका का टैरिफ बम! पूरी दुनिया में मच गया हड़कंप, देशों को हो रहा अरबों का नुकसान”

US टैरिफ से चीन, भारत, यूरोप को अरबों का घाटा; वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर। क्या है मामला? अमेरिका का टैरिफ बम! पूरी दुनिया में मच गया हड़कंप, देशों को हो रहा अरबों का नुकसान”अमेरिका ने टॅरीफ इसलिए लगाए।ताकि उसके घरेलू उद्योग को विदेशी सामान से मुकाबला करने में बढ़त मिले।

नई दिल्ली/वॉशिंगटन: अमेरिका ने हाल ही में दुनिया भर के कई देशों पर भारी टैरिफ (आयात शुल्क) लगा दिए हैं, और इसका असर अब साफ-साफ नज़र आने लगा है। चीन, भारत, यूरोप और लैटिन अमेरिका से लेकर एशिया के छोटे-छोटे देशों तक — सभी की अर्थव्यवस्था पर इसका ज़बरदस्त झटका पड़ रहा है।

क्या है मामला? अमेरिकी आयात शुल्क खबर।

अमेरिका ने यह टैरिफ इसलिए लगाए ताकि उसके घरेलू उद्योग को विदेशी सामान से मुकाबला करने में बढ़त मिले। यानी बाहर से आने वाले प्रोडक्ट्स महंगे हो जाएं और अमेरिकी कंपनियों के सामान को बाज़ार में बढ़ावा मिले। लेकिन यह कदम अब उल्टा पड़ता दिख रहा है — न सिर्फ दूसरे देशों को, बल्कि खुद अमेरिका के उपभोक्ताओं और कारोबारियों को भी इसका असर महसूस हो रहा है।

अमेरिका के टैरिफ से नुकसान दुनिया को कितना नुकसान?

चीन: इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीनरी के निर्यात में गिरावट, अरबों डॉलर का घाटा।

भारत: स्टील और एल्युमिनियम उद्योग पर असर, हज़ारों नौकरियां खतरे में।

यूरोप: कार और लक्ज़री प्रोडक्ट्स की बिक्री में तेज गिरावट।एशिया के छोटे देश: टेक्सटाइल और खिलौनों के ऑर्डर कम, फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर।

विशेषज्ञों के मुताबिक,टैरिफ का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर।

अगर यह टैरिफ पॉलिसी लंबी चली तो वैश्विक व्यापार में भारी मंदी आ सकती है, और महंगाई दुनिया भर में बढ़ जाएगी।अमेरिका को भी झटका!ये टैरिफ सिर्फ बाहर के देशों को नहीं, बल्कि अमेरिका को भी नुकसान पहुँचा रहे हैं।अमेरिकियों के लिए आयातित सामान महंगा हो गया है —

मोबाइल फोन से लेकर कपड़े और कार तक।अमेरिकी कंपनियों को कच्चा माल महंगे दामों पर मिल रहा है, जिससे प्रोडक्शन लागत बढ़ गई है।कई छोटे कारोबार बंद होने के कगार पर हैं।

क्यों मचा है हड़कंप? (Trade war latest updates) ट्रेड वॉर से महंगाई।

ट्रेड वॉर का डर अब वास्तविकता बन रहा है। हर देश अपने हित बचाने के लिए अमेरिका के टैरिफ के जवाब में खुद के टैरिफ लगा रहा है। नतीजा — दुनिया भर में निर्यात और आयात दोनों में भारी कमी, स्टॉक मार्केट में गिरावट, और बेरोजगारी में बढ़ोतरी।

आगे क्या होगा?

आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर अमेरिका अपनी टैरिफ नीति में नरमी नहीं लाता, तो आने वाले महीनों में वैश्विक मंदी का खतरा और बढ़ सकता है। इससे न सिर्फ विकासशील देश बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था हिल जाएगी।

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